"घर बैठे-बैठे"

डर जाना चीन की सेना से,
वो मुँह में पानी आना, इटली-फ़्रान्स के खाने से,
पल-पल डर जाना, Corona के कारनामों से ,
घुम हो जाना,ख़ुद की लिखी क़िस्से- कहानियाँ से,
सब कुछ बस,
घर बैठे-बैठे,
घर बैठे-बैठे !
- क्ष।ह।सि।, जून २०२०

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Always love the simple poetic honesty in your work Harish! :)

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